हेल्प इंडिया संस्थान के राष्ट्रीय लीगल विंग चैयरमेन श्री गोवेर्धन सिंह जी का अभिनंदन
राष्ट्रीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति व पूर्व राज्यपाल श्री एनएल टिबरेवाल जी का आभार
बीकानेर के मूल निवासी गोवेर्धन सिंह जी जन्म 1 नवम्बर 1978 को एक साधारण परिवार में हुआ।
शिक्षापूर्ण के बाद टेलीकॉम कम्पनियों के साथ व्यवसाय शुरू किया।
अपने कार्य के साथ आपने दोस्तों के साथ स्थानीय पीबीएम हॉस्पिटल की समस्याओं को लेकर आंदोलनरत हो गए।शासन तंत्र में फैले भ्रस्टाचार से वो अत्यधिक व्यथित थे। वर्ष 2005 में RTI कानून आपके आंदोलनों को सुव्यवस्थित रूप दे दिया। कुछ समय बाद अन्ना आंदोलन से भी जुड़ गए ।
RTI कानून का अत्यधिक प्रयोग व मुहिम का विशाल रूप ने अनेको भ्रस्टाचारियो को भयभीत कर दिया। अनेको राजनेता, उद्योगपतियों व भ्रस्टाचारियो अधिकारियों ने एक समूह बनाकर गोवर्धनसिंह के खिलाफ तत्कालीन एसपी के नेतृत्व में एक साजिश की एवम अनेको तरह के मामले बनाकर मार्च 2010 में इनके ऑफिस पर छापा मारा एवम 15 तरह के झूठे मुक़दमे दर्ज करवाये, आपको हिस्ट्रीशीटर घोषित किया।
जमीन से जुड़े लोग अक्सर आसमान छू लेते हैं।
आपको फरारी काटनी पड़ी लेकिन आपकी श्रीमती सुशील कंवर व असंख्य दोस्त मदद के लिए आगे आये।
इस घटनाक्रम से आपका जीवन बदल गया। अपनी लड़ाई लड़ने के लिए एलएलबी की शिक्षा न केवल खुद ने पूरी की बल्कि अपने परिवार व अनेको दोस्तो को LLB की शिक्षा दिलाई।
स्वाभिमान रुपी गुण जिस व्यक्ति में होता हैं वह सकारात्मक ऊर्जा से हमेशा भरा रहता हैं आपके नेतृत्व में वकीलों की फ़ौज खुद की तैयार हुई। कानून की बारीकियों को समझा,निर्दोष लोगो की मदद के लिए विशाल समूह बनाया।
खुद के मुकदमो से हाईकोर्ट से बाइज्जत बरी हुवे। कोर्ट ने आपको न केवल बाईज्जत बरी किया बल्कि आपको सुरक्षा मुहैय्या करवाने के लिए राज्य सरकार को आदेश दिया।
बरी होने के बाद भी आपके द्वारा आपके खिलाफ शामिल सभी षड्यंत्र करने वालो के खिलाफ कार्यवाही चालू है और NHRC ने इस मामले में प्रसंज्ञान भी ले रखा है!
अच्छे नागरिक को देश और देश की संस्कृति पर गर्व होता हैं, वर्तमान में आप जयपुर रहते है। हाईकोर्ट में जानेमाने वकीलों में आपका नाम हैं। आपने आज इस भ्रष्टाचार तंत्र से खुल के लड़ रहे है। सोशल मीडिया पर जागरूकता की क्लास से लाखों लोग फायदा ले रहे है। सोशल मीडिया के अलावा आपके मित्र समूह ने कानून की पाठशाला व जागरूकता के नाम से अनेको शहरों में फ्री कानून की सलाह देनी भी प्रारम्भ की।
सामाजिक ,राजनीतिक व प्रशानिक अधिकारियों का बड़ा समूह जो इस जीवन मे ईमानदारी से समाज मे कुछ करना चाहते है, उनके आप दुलारे बन गए। आपका मानना है कि मानव जीवन सिर्फ एक बार मिलता हैं यदि आप इस पूरी जिन्दगी में गर्व लायक कोई कार्य नही कर सकते है तो आपका जीवन व्यर्थ हैं.
वर्तमान में प्रोफशनल एडवोकेट के साथ पीड़ित मानव मात्र के लिये आप सदैव खड़े रहते है।
अनेको भ्रस्टाचारियो को जेल की हवा खिला रहे है। अनेको IAS व IPS भी इसमे शामिल है।
राजस्थान सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी से लेकर असंख्य अधिकारियों के खिलाफ आप स्वंय ने मुकदमे करवा रखे है।
ईमानदार पुलिस अधिकारी विष्णु आत्महत्या को आपने अपने दम पर जनता में जागरूकता लाकर CBI को जांच भेजने के लिए राज्य सरकार को मजबूर किया। अनेको राजनेताओं को ये भी नागवार लगा, आपको पुनः जूठे मामलों में फसाने की साजिश चालू है लेकिन आपकी बुलन्द आवाज,ललकार व जंग हर दिन सोशल मीडिया पर चालू है।
न्यायपालिका का कुरूप चेहरा जनता के सामने लाना हो, अच्छाई की मार्केटिंग करना हो, अपनो के लिए अज़ीज़, जागरूकता अभियान, सोशल मीडिया के क्रांतिकारी, भृस्टाचारियो में खोफ, माटी से लगाव रखने वाले इस व्यक्तित्व के 20 साल के सँघर्ष को देखे तो लगता है कि एक इंसान क्या नही कर सकता है। यारो के यार हर दिल अज़ीज़ हाईकोर्ट अधिवक्ता श्री गोवेर्धन सिंह जी का राष्ट्रीय कार्यकारणी में लीगल विंग के चैयरमेन के रूप में अभिनदंन।

